हिमाचलः देवता की शरण में सुलझते विवाद, 1947 के बाद से 7 केस ही दर्ज | शिमला
हिमाचल प्रदेश के कबाइली क्षेत्रों में शामिल जिला शिमला का डोडरा क्वार, लाहौल स्पीति के क्षेत्र, चंबा-पांगी के दूर दराज के गांव और किन्नौर के रिमोट एरिया में लोगों का भाईचारा ऐसा है कि वे पुलिस के बजाय देवी-देवताओं के शरण में जाकर विवादों को सुलझा लेते हैं।
शिमला जिले में रोहडू के समीप डोडरा क्वार क्षेत्र तो ऐसा हैं, जहां पर आजादी के बाद से अब तक महज सात शिकायतें ही दर्ज हुई हैं। डीजीपी डॉ. अतुल वर्मा का कहना है क्राइम ग्राफ कम करने के लिए ट्राइबल एरिया दूसरों को भी सीख देते हैं।
देवताओं की न्याय सत्ता पर लोगों को पूरा विश्वास है…
हिमाचल के ट्राइबल एरिया में लोगों को देवता की न्याय सत्ता में विश्वास हैं। एचपीयू के इंटर डिसीप्लीनरी डिपार्टमेंट के एक सर्वे में सामने आया है कि कई लोग ऐसे हैं, जो जमीनी विवाद भी देवता की शरण में जाकर सुलझा देते हैं। देवता जैसे भी जमीन का बंटवारा करते हैं, उन्हें वो स्वीकार होता है।
यहां पुलिस शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर जगह तैनात रहती हैं। शिमला का ट्राइबल एरिया डोडरा क्वार लोगों के लिए मिसाल हैं।
